किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा shiv chalisa lyricsl करत सन्तन प्रतिपाला॥
It contains forty verses (chalisa), created from the Hindi language. The chalisa is structured within a poetic structure and is particularly widely recited by devotees as a means to praise and find blessings from Lord Shiva.
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा more info तव गाई।
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन